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शहर में साँप / 22 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

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साँप कहलकै
आदमी केॅ/भगवान से
एैती जहर मिलल छै कि
ओकरो एैंख में आरो
साँस में भी जहर घुलल छै।

अनुवाद:

साँप ने कहा
आदमी को/भगवान से
इतना जहर मिला है कि
उसकी आँखों में और
साँसों में भी जहर घुला है।