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शिकायत किससे करें / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
पापा का दफ़्तर हैदस बजे का
अपना सुबह का स्कूल
शिकायत किससे करें ?
कुहरे में जब कुछ
नज़र भी न आए
रिक्शावाला भैया
घंटी बजाए,
सारे बहाने फिजूल
शिकायत किससे करें ?
पापा भरें जब
खर्र-खर्र खर्राटे
मम्मी बनाए
उठ कर पराठें,
दुख-दर्द अपने सब भूल
शिकायत किससे करें ?