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सच्चा प्यार / जंगवीर स‍िंंह 'राकेश'

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प्यार क्या है ?
दो जिस्मों का मिलना ?
या दो रूहों का मिलना?

जिस्म ज़रूरत है
भूख है या कहूँ,
एक आदत है;

बिल्कुल वैसे ही,
कि प्यास लगी;
और पानी पी लिया।
भूख लगी तो,
खाना खा लिया।

यही ज़रूरत है,
जिस्म !!

रूह आदत नहीं है;
भूख नहीं है;
प्यास नहीं है;
यहाँ तक की,
ज़रूरत भी नहीं।

रूह, पाक-मुहब्बत का घर है,
इक ठहराव है !!

जिसमें पलतें हैं;
दो-दिल-एक-जान;

जिसमें पलती है;
सच्ची मुहब्बत;
सच्चा इश्क़;
सच्चा प्यार !