भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सरक आया हमारे बीच / सुनीता जैन

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भूल चले नयन
निरक्षर
नेह भाषा

नहीं देखा फिर
साथ-साथ
बादल कोई
घूमता रहा
समय चक्र

सरक आया हमारे बीच
विश्व आधा