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सुना है बहुत ये की मशहूर हो तुम / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर

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सुना है बहुत ये की मशहूर हो तुम
हो मशहूर तब ही तो मग़रूर हो तुम

नहीं आये फिर तुम बुलाने पे मिलने
वही फिर वजह है की मज़बूर हो तुम

मिरे पास आओ ठहर जाओ कुछ पल
बहुत दिन हुए की बहुत दूर हो तुम

भले दिल भी टूटे भले जां भी जाये
हो कुछ भी मुझे फिर भी मंजूर हो तुम