धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
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जन्म | 10 जुलाई 1987 |
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उपनाम | काफ़िर |
जन्म स्थान | चंदला, जिला छतरपुर, मध्य प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
स्पन्दन (2009) कविता-संग्रह | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
धीरेन्द्र सिंह काफ़िर / परिचय | |
कविता कोश पता | |
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प्रतिनिधि रचनाएँ
- किसी क़लम से किसी की ज़बाँ से चलता हूँ / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- देखते देखते ही साल गुज़र जाता है / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- फिर वही शख़्स मिरे ख़्वाब में आया होगा / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- शराब, ख़ामुशी, मेरी अना, तुम्हारा नाम / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- कभी यह ज़िन्दगी अच्छी- भली भी गुज़री थी / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- आसमाँ खोल दिया पैरों में राहें रख दीं / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- ज़िंदगी इस तरह गुज़ारी है / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- तुम अहल- ए- दिल हो सो दिल में रखा हमारा नाम / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- ज़िन्दगी हमसे जी नहीं जाती / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- इसी का हासिल- ए- शिद्दत तमाम क़िस्सा है / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- ज़िन्दगी तुझ को भी और तेरा तमाशा देखूँ / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- उसे तो हादिसा कहिए अगर नहीं आता / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- मैं यक़ीन-ए-गुमाँ से निकला हूँ / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- बुढ़ापा / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- नींद के तालाब में डूब रहा हूँ! / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- मुझे तुम्हारी फ़िक्र नहीं / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- बेटी बड़ी न हो / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- तुम डुबो दो अपना जिस्म पानी में / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- मेरुप्रष्ठ से एक रेखा / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- पाताल की रातें / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- दस्त-ऐ-ज़मील-ऐ-तरबखेज मेरी माँ के थे / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- रात चले, तू जले ऐ ज़िन्दगी तेरा क्या है / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- जीवन धारा / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- उम्र भर बस यही इक उदासी रही / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- नज़र को तेरी जुस्तजू चाहिए है / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- तीरगी थी तो रौशनी कर ली / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- वही तग़ाफ़ुल हुई दुबारा वही तकल्लुफ़ फिर इस सफ़र में / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- कभी तो हमें भी प्यार मिले / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- दिल ने तुझसे रिहाई मांगी है / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- तेरी जुस्तजू में भटकता रहा हूँ / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- उनकी आँखों के ख़्वाब क्या कहिये / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- बहुत हँसता हूँ मैं लेकिन तुम्हारा ग़म नहीं जाता / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- सुना है बहुत ये की मशहूर हो तुम / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर
- मिरे ख़त गौर से पढ़ना दुआएं साथ भेजी हैं / धीरेन्द्र सिंह काफ़िर