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हटिया जैबै / अंजनी कुमार सुमन
Kavita Kosh से
जैबै साँझे हटिया पर
चच्चा के फटफटिया पर
बिस्कुट निमचुस खूब किनैबै
नै मानब खटखटिया पर।
जैबै साँझे हटिया पर।
चच्चा के फटफटिया पर
रंग-बिरंगा फुकना लेबै
ऊन के बनलाँ सुगना लेबै
फटफटिये पर बैठल रहबै
गोर नै धरबै मटिया पर।
जैबे साँझे हटिया पर
चच्चा के फटफटिया पर।
करका-करका चश्मा लेबै
हमहुँ आपनोॅ शान देखैबै
कल्हे सें मईया रखने छै
नवका अंगा खटिया पर।
जैबै साँझे हटिया पर
चच्चा के फटफटिया पर।