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हमरो घर पंजाब भेल छै / विजेता मुद्‍गलपुरी

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टी.भी. के खातिर बीबी से कुछ दिन से अलगाव भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

चुल्हा टूटल, बर्त्तन फूटल, घर-आँगन सब पस्त भेल छै
लड़का बच्चा धूल-धूसरित, मैल-कुचैला वस्त्र भेल छै
पत्नी घर के इज्जत छीकै, सेहो बिना नकाब भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

हम समझैते परेशान छी, तनियों सा नै बात बुझै छै
हम समझै छी पत्नी छीके, हमरे विश्वसघात बुझै छै
पति द्रोही नारी के, हम्मर आँगन अभी पराव भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

बढ़िया भोजन दर्शन नै ई दुरदर्शन के माँग करै छै
बैल जेना हम काम करै छी, ई अमीर के स्वाँग करै छै
समझाबै-बुझवै वाला के भारी भीर दबाब भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

आब समझते, आब समझतै, ई चण्डालिन खाक समझतै
घर के दुख-सुख जे नै समझल से चूल्हा के राख समझतै
बहुत कीमती प्रीत पुरनका अब माँटी के भाव भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

अमृतसर सन भंसा-घर में नित बर्त्तन आवाज करै छै
पत्नी बैठल भाषण दै छै बच्चा घर के काज करै छै
एक कोठरी, एक बिछौना, केतना दूर-दुराव भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

अब त लड़का-बच्चा बढ़िया बात सुनै ले भी तरसै छै
यदा-कदा नै साँझ-भोर, नित पत्नी हमरो पर बरसै छै
घर के हालत की बतलैयो बिन माँझी के नाव भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

हम दोसर के उपदेशक, पर अपने लेल अभिशाप भेल छी
अपने गलती के कारण हम दस बच्चा के बाप भेल छी
खुशी कहाँ हमरा नसीब मंे, चारो तरफ तनाव भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै

हे हो भाय, बचो उलझन से घर के नै पंजाब बनाबो
नारी के शिक्षीत बनाबो, अर छोटा परिवार बनाबो
सुख के दिन देखै के खातीर हमरो मन बेताब भेल छै
अधिक समय नै, बस कुछ दिन से हमरो घर पंजाब भेल छै