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अच्छे कारण के लिए खदेड़ा गया / बैर्तोल्त ब्रेष्त / मोहन थपलियाल

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खाते-पीते घर के बच्चों की तरह
मेरा लालन-पालन हुआ
मेरे माँ-बाप ने मेरे गले में
एक कालर बाँधा और
खूब टहल-खिदमत करते हुए
मुझे पाला-पोसा और बड़ा किया
उन्होंने मुझे ऐसी शिक्षा दी ताकि
मैं दूसरों के ऊपर हुक़्म व रौब
ग़ालिब कर सकूँ
लेकिन मैं जब सयाना हुआ
और अपना अड़ोस-पड़ोस देखा तो
अपने खेमे के लोग मुझे कतई नहीं भाए
न मुझे हुक़्म देना भाता
न अपनी खिदमत
सो अपने खेमे के लोगों से नाता तोड़कर
मैं तुच्छ श्रेणी के लोगों के बीच जा बैठा।

इस प्रकार
उन्होंने एक विश्वासघाती को पाला-पोसा
अपनी सभी चालें उसे सिखाईं और
उसने वे सारे भेद दुश्मन को जाकर खोल दिए।

हाँ, मैं उनके भेद खोलकर रख देता हूँ
मैं लोगों के बीच जाकर उनकी
ठगी का पर्दाफ़ाश कर देता हूँ
मैं पहले ही बता आता हूँ
कि आगे क्या होगा, क्याेंकि मैं
उनकी योजनाओं की अन्दरूनी जानकारी रखता हूँ।

उनके भ्रष्ट पण्डितों की संस्कृत
मैं बदल डालता हूँ शब्द-ब-शब्द
आम बोलचाल में और वह
दिखने लगती है साफ़-साफ़ गप्प-गीता।

इनसाफ़ के तराजुओं पर
वे कैसे डण्डी मारते हैं
यह पोल भी मैं खोल देता हूँ।
और उनके मुख़बिर बता आते हैं उन्हें
कि मैं ऐसे मौक़ों पर बेदख़ल लोगों के बीच
बैठता हूँ, जब वे बग़ावत
की योजना बना रहे होते हैं।

उन्होंने मेरे लिए चेतावनी भेजी
और मैंने जो कुछ भी जोड़ा था अपनी मेहनत से
वह छीन लिया
इस पर भी मैं जब बाज न आया
वे मुझे पकड़ने के लिए आए
हालाँकि उन्हें मेरे घर पर कुछ भी नहीं मिला
सिवाय उन पर्चों के
जिनमें जनता के ख़िलाफ़
उनकी काली करतूतों का खुलासा था
सो, चटपट उन्होंने मेरे ख़िलाफ़
एक वारण्ट जारी किया
जिसमें आरोप था कि मैं तुच्छ विचारों का हूँ
यानी तुच्छ लोगों के तुच्छ विचार।

मैं जहाँ कहीं जाता
धनकुबेरों की आँख का काँटा सिद्ध होता,
लेकिन जो ख़ाली हाथ होते
वे मेरे ख़िलाफ़ जारी वारण्ट पढ़कर
मुझे यह कहते हुए
छुपने की जगह देते कि :
‘‘तुम्हें एक अच्छे कारण
के लिए खदेड़ा गया है।’’

(1936-38)

मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : मोहन थपलियाल