भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आभारी हूँ / पाब्लो नेरूदा

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: पाब्लो नेरूदा  » संग्रह: मैं कई बार मर चुका हूंगा
»  आभारी हूँ

वायलिनो,
आभारी हूँ चार तारों वाले
इस दिन के लिए ।
स्पष्ट है आसमान की आवाज़,
हवा की उदास सरसराहट...
स्पष्ट है ।