भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कवि ने कहा / ज्ञानेन्द्रपति

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कवि ने कहा
Kavi ne kaha.jpg
रचनाकार ज्ञानेन्द्रपति
प्रकाशक किताबघर प्रकाशन, नयी दिल्ली
वर्ष 2007
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा
पृष्ठ 144
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।