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कांग्रेस तो वा उस ब.स.पा. आले कै फंसगी / अमर सिंह छाछिया

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कांग्रेस तो वा उस ब.स.पा. आले कै फंसगी।
मनै भी वो बक्शै कोनी उस बी.जे.पी. कै जंचगी।...टेक

विरोधियां कै इबकै यो पसीना ला दिया।
वो हल्का छोड़ कई दूर जा लिया।
भाजा दौड़ म्हं घणा काल हो लिया।
हाथी भी उसकी गेल हो लिया।
लाया लपेटा सूंड का उसकी पूली सी कसगी...

जहो ब.स.पा. तै टकरैगा वो ऐ खता खावैगा।
इसकी जमानत भी बचै नहीं वो के फेर आवैगा।
उस कै होवै हाट-टेक वो पागल होवैगा।
उल्टी दस्त लगै खूनी वो खतरै म्हं आवैगा।
उसका आवै सांस टूटता नाड़ी उल्टी हटगी।

इबकै तो काऐ लहर ऐ फिरगी।
बी.एस.पी. की तो सारै ऐ किलकी पड़गी।
ब.स.पा. आलै नै देख कांग्रेस भीतर बड़गी।
सुणदिये भा.ज.पा. कै नाग-सी लड़गी।
मायावती तो बहुमत आपणा फुल ए करगी...

अमरसिंह छाछिया नै तो बिगुल बजा दिया।
हल्का बवानी म्हं जाकै यो सुत्ता समाज जगा दिया।
जिला भिवानी म्हं आकै सबकै याद दुवा दिया।
जय भीम और जय भारत का नारा ला दिया।
हे रै बी.एस.पी. मेरे मन म्हं बसगी...