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कुछ तेॅ बस भगवान लगै छै / नन्दलाल यादव 'सारस्वत'
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कुछ तेॅ बस भगवान लगै छै
बाकी सब जजमान लगै छै।
केकरा सेॅ अपनौती जोड़ौं
अनचिन्हार पहचान लगै छै।
केकरो जान सुरक्षित नै छै
गाँव-शहर शैतान लगै छै।
दीवानोॅ के हाल बुरा छै
चपरासी दीवान लगै छ।
पाप खरीदै लेॅ चाहै छोॅ
सौ पुण्योॅ के दान लगै छै।
सारस्वतोॅ लेॅ कुछ नै भारी
हर गारी वरदान लगै छै।