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कुछ दण्ड मिला है न क्षमा दान मिला है / मृदुला झा
Kavita Kosh से
अब आप कहें कौन समाधान मिला है।
हम जीत न पाये न मिली हार दुबारा,
हर बार हमें द्वन्द्व घमासान मिला है।
पावन हो मिलन और बने प्रेम कहानी,
ऐसा ही मुझे आज दिशा ज्ञान मिला है।
सच बात कही है न कभी झूठ कहेंगे,
सब जान रहे हैं कि सही मान मिला है।
संकल्प लिया है कि सभी पीड़ हरेंगे,
सब कष्ट मिटे मीत वही ज्ञान मिला है।
आ जाएगी साहिल पे ये कश्ती भी हमारी,
तूफां से हमें आज अभयदान मिला है।