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गीतावली लङ्काकाण्ड पद 16 से 20 तक/पृष्ठ 1
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विजयी राम
रागकान्हरा
राजत राम काम-सुत-सुन्दर |
रिपु रन जीति अनुज सँग सोभित, फेरत चाप-बिसिष बनरुह-कर ||
स्याम सरीर रुचिर श्रम-सीकर, सोनित-कन बिच बीच मनोहर |
जनु खद्योत-निकर, हरिहित-गन, भ्राचत मरकत-सैल-सिखरपर ||
घायल बीर बिराजत चहुँ दिसि, हरषित सकल रिच्छ अरु बनचर |
कुसुमित किंसुक-तरु समूह महँ, तरुन तमाल बिमाल बिटप बर ||
राजिव-नयन बिलोकि कृपा करि, किए अभय मुनि-नाग, बिबुध-नर |
तुलसिदास यह रूप अनुपम हिय-सरोज बसि दुसह बिपतिहर ||