चुनाव आयोग कह दलित की बेटी प्रधानमंत्री नहीं आवैगी।
देश सारे म्हं पड़री किलकी थारा सफाया याए बणावैगी...टेक
इन सरकारां नै तो महंगाई का तरबूज बणा दिया
लूट-2 कै लेगे इन नै यू सारा देश खा लिया
डीजल, तेल यो पैट्रोल देसी घी के बराबर आ लिया
चना, मूंग यो गवार चांद पै जा लिया
जैसे अंग्रेज गए भारत तै या भी न्यूऐ जावैगी...।
जिसनै दिए वोट इनके वो इब पछतावै सै
वादा करकै लिए वोट इब आंख दिखावै सै
मायावती नै तो भारत यू सारा ए चावै सै
विरोधियां का इबकै सफाया होन्दा आवै सै।
इसनै भला देश का करा नहीं या गाल ए खावैगी...।
पिचासी परसंेट समाज इबकै यू सारा जुड़ग्या
जो टक्कर म्हं आया वो इलेक्शन का मैदान छोड़ग्या
ये खड़े देखते रहैंगे सारै बी.एस.पी. का पूरे करग्या
होई हार, करोड़ां की मार एकदम नाग सा लड़गा
घर आली कै लागा धहका या गसी ए खावैगी...।
वा हट कै फेर चढ़ै कोन्या जो चढ़कै नै पड़गी
झलसे रेली लगे होण नै या विरोध म्हं छिड़गी
बी.एस.पी. की आवै सरकार लहर सारै ए फिरगी
मायावती आवै प्रधानमंत्री या सबकै ए जंचगी
इबकै खैर नहीं अमरसिंह इनकी या जेल करावैगी...।