चेतावनी / निकानोर पार्रा / उदय शंकर
अगले आदेश तक
आग लगने पर
लिफ़्ट का नहीं
सीढ़ियों का इस्तेमाल करें। 
अगले आदेश तक
ट्रेन में धूम्रपान न करें। 
गंदगी न फैलाएँ।  
शौच न करें। 
रेडियो न सुनें। 
अगले आदेश तक
हर उपयोग के बाद
टॉयलेट को फ़्लश करें। 
ट्रेन जब प्लेटफ़ार्म पर हो
तब शौच न करें। 
बगल के सहयात्री से लेकर
धार्मिक सैनिकों तक के प्रति अपनी राय रखें। 
जैसे, दुनिया के मजदूरों एक हो,
हमारे पास खोने को कुछ नहीं है (धत्)
हमारा जीवन तो परम पिता परमेश्वर, ईसा मसीह
और पवित्र आत्मा का महिमागान है आदि...।
अगले आदेश तक
इनसान एक रचयिता की सम्पन्न कृति है (धत्)
इनसानों के कुछ अपरिहार्य अधिकार हैं
उनमें से कुछ इस प्रकार हैं :
जीने की आज़ादी और ख़ुश रहने के तरीके की खोज
वैसे ही जैसे दो जमा दो चार होता है
यह अन्तिम है लेकिन कम नहीं
इन सच्चाइयों को वैसे भी
हम हमेशा से स्वयंसिद्ध मानते आए हैं
अँग्रेज़ी से अनुवाद : उदय शंकर
 
	
	

