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ज़िन्दगी है तो ज़रूरी है कहानी होना / जहीर कुरैशी
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ज़िन्दगी है तो ज़रूरी है कहानी होना
वो कहानी भी हमें याद जुबानी होना
वे जो सागर से चुराते हैं, उसे भी देखो
सिर्फ तुम देख सके मेघों का दानी होना !
रात भी होगी सुहानी, ये जरूरी तो नहीं
तुमने देखा है अभी शाम सुहानी होना
वो नदी है, उसे बहने में मज़ा आता है
उसको भाता नहीं, ठहरा हुआ पानी होना
तुमने फसलों से लगाया है रकम का अंदाज,
तुमने देखा ही नहीं फस्लों का धानी होना
जिसने तकलीफें सहीं, उसको मिले हैं अनुभव,
अनुभवी होने का मतलब नहीं ज्ञानी होना