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टीन-कनस्तर पीट-पीट कर / शैलेन्द्र
Kavita Kosh से
आ टीन कनस्तर पीट-पीट कर गला फाड़ कर चिल्लाना
यार मेरे मत बुरा मान ये गाना है न बजाना है
टीन कनस्तर पीट-पीट कर ...
नाच के बदले कमर नचाना उछल के सर्कस दिखलाना
भूल है तेरी तू समझा है दुनिया पागलखाना है
टीन कनस्तर पीट-पीट कर ...
उधर से लेकर इधर जमा कर कब तक काम चलाओगे
किसका रहा ज़माना इक दिन महफ़िल से उठ जाओगे
नकल का धंधा चल नहीं सकता इक दिन तो पछताना है
यार मेरे मत बुरा ...
भूल गया तू तानसेन की तान यही पर गूँजी थी
सुर के जादूगर बैजू की शान यहीं पर गूँजी थी
मर के अमर है सहगल उसका हर कोई दीवाना है
हर कोई दीवाना है मर के अमर है सहगल उसका
यार मेरे मत बुरा ...