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दरियाँ और चूल्हे की गर्मी / संजीव बख़्शी
Kavita Kosh से
यूँ तो अब दरियों पर बैठना कम हो गया है
बैठा नहीं जाता पैर मोड़कर
दरियों पर
जब भी बैठें दरियों पर
जान लें कि बुनने वालों के परिवार इससे पलते हैं
इनके चूल्हे की गर्मी इन दरियों से आती है
जाइए और कहिए अपने चिकित्सक से
घुटना मोड़कर बैठना उतना ही ज़रूरी है
जितना खाना खाने के पहले
डायबिटिस की गोली खाना
जाइए जल्दी करिए
यह डायबिटीस की गोली भी कमबख़्त
असर छोड़ देती है कभी भी ।