भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
संजीव बख़्शी
Kavita Kosh से
					
										
					
					
संजीव बख़्शी

| जन्म | 25 दिसम्बर 1952 | 
|---|---|
| जन्म स्थान | खैरागढ़, ज़िला राजनादगाँव, छत्तीसगढ़, भारत | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| तार को आ गयी हल्की-सी हँसी (1994), भित्ती पर बैठे लोग, सफ़ेद से कुछ ही दूरी पर पीला रहता है, जो तितलियों के पास है (सभी कविता-संग्रह) | |
| विविध | |
| ठाकुर पूरन सिंह स्मृति सूत्र सम्मान (2002) | |
| जीवन परिचय | |
| संजीव बख़्शी / परिचय | |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- गरियाबंद / संजीव बख़्शी
 - हरी-हरी पत्तियाँ / संजीव बख़्शी
 - दरियाँ और चूल्हे की गर्मी / संजीव बख़्शी
 - चुप में रहती हैं / संजीव बख़्शी
 - घोटुल / संजीव बख़्शी
 - तिनका / संजीव बख़्शी
 - ताकता है पहाड़ / संजीव बख़्शी
 - मेरे ड्राइंग रूम में / संजीव बख़्शी
 - एक चाहत आसमान भर / संजीव बख़्शी
 - पाँच सितारा अस्पताल / संजीव बख़्शी
 - भैया बाल.... / संजीव बख़्शी
 - चमकीली आँखों वाली मछली / संजीव बख़्शी
 - यह देखिए, यह देखिए / संजीव बख़्शी
 - लक्खा-लक्खा / संजीव बख़्शी
 - नए जूते की महक और मेरा क़द / संजीव बख़्शी
 - कहेंगे धन्यवाद / संजीव बख़्शी
 - जंगल का सागौन / संजीव बख़्शी
 
	
	