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दिल को तुम्हारे वादे का एतबार तो रहे / गुलाब खंडेलवाल

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दिल को तुम्हारे वादे का एतबार तो रहे
यह ज़िन्दगी रहे न रहे, प्यार तो रहे

दुनिया के लिए प्यार को हमने मिटा दिया
दुनिया रहे उन्हींकी तरफ़दार तो रहे

पत्थर को हमने पूजके भगवान कर दिया
कहते हो गुनहगार, गुनहगार तो रहे

जिनको हमारे दिल की उदासी रुला गयी
दुनिया में ऐसे लोग भी दो-चार तो रहे

बुलबुल को बाँध दे जो रगों से गुलाब की
ऐसा भी यहाँ कोई कलाकार तो रहे