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दीवार पर धब्बे / निकानोर पार्रा / उज्ज्वल भट्टाचार्य
Kavita Kosh से
इससे पहले कि आख़िरी रात हम पर टूट पड़े
दीवार पर धब्बों की ओर नज़र डाली जाए :
कुछ एक पौधों जैसे दिखते हैं
कुछ दूसरे मिथकों के जीवों की तरह ।
उकाब के सिर वाले घोड़े,
ड्रैगन,
आग झेलने वाली छिपकली ।
लेकिन परमाणु विस्फोट जैसे दिखने वाले
उनमें से सबसे अजीब हैं ।
दीवार के पर्दे पर
आत्मा को वह दिखता है जिसे शरीर नहीं देख सकता :
घुटने टेके इनसान
बच्चे को गोद में लिए माँ
घुड़सवार की मूर्ति
जजमान को उठाते हुए पुरोहित :
एक-दूसरे से उलझे हुए यौनाँग ।
लेकिन इन सारे धब्बों में सबसे अजीब
बिला शक़
वे हैं
जो परमाणु विस्फोट जैसे दिखते हैं ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य