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देशहित / ब्रजेश कृष्ण
Kavita Kosh से
देश के लिए हमने बनाये
अनेक राजनीतिक दल
देशहित में दल अ ने ब से
समर्थन वापस लेकर
स को दिया ही था कि
द ने स से वापस लेकर अ को दे दिया
देश की परिस्थितियाँ बदल गईं
और अब
अ ने स से वापस ले
उसे ब को दिया
कि देशहित में
द ने स को
ब ने अ को
अ ब ने स द को
अ ब स द ने अ ब स द को समर्थन दिया
बच्चो! डरो मत,
दलों की कुल संख्या
और समर्थन की कुल मात्रा के बारे में
यह गणित का पेचीदा सवाल नहीं है
क्योंकि बड़े और सयाने
यह जानते हैं कि
इस तरह के सवाल देशहित में नहीं हैं।