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देश ने जो कुछ दिया मत भूल जाना / रंजना वर्मा

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देश ने जो कुछ दिया मत भूल जाना।
देश का ऋण एक दिन होगा चुकाना॥

जिस धरा पर तुम गिरे माँ के उदर से
भूमि के उपकार को मत भूल जाना॥

भूमि भारत की बड़ी ही है मनोहर
रत्नगर्भा को लुटेरों से बचाना॥

देश सीमा है नजर में है दुश्मनों के
वीर सैनिक मान तुम इसका बढ़ाना॥

है बड़ा गौरव भरा इतिहास फिर भी
एक पन्ना तुम स्वयश का अब लगाना॥

पाठ नफरत का पढ़ा दुनिया ने है अब
प्यार की शिक्षा जमाने को दिलाना॥

लूटते हैं संकुचित दिल ही यहाँ पर
आस्था तुम पर सदा अपनी निभाना॥