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धनपत सिंह / परिचय
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जिला रोहतक के गांव निंदाणा में सन् 1912 में जन्म। जमुआ मीर के शिष्य। तीस से अधिक सांगो की रचना। हरियाणा व अन्य प्रदेशों में प्रस्तुति। जानी चोर, हीर-रांझा, हीरामल जमाल, लीलो चमन, बादल बागी, अमर सिंह राठौर, जंगल की राणी, रुप बसंत, गोपीचंद, नल-दमयंती, विशेष तौर पर चर्चित। 29 जनवरी, 1979 को देहावसान।