भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
धनपत सिंह
Kavita Kosh से
धनपत सिंह
जन्म | 1912 |
---|---|
निधन | 29 जनवरी 1979 |
जन्म स्थान | निंदाणा, रोहतक, हरियाणा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
अमर सिंह राठौर, जंगल की राणी, रुप बसंत, गोपीचंद, नल-दमयंती आदि | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
धनपत सिंह / परिचय |
हरियाणवी रचनाएँ
- किसान की मुसीबत नैं जाणै सै किसान / धनपत सिंह
- सात जणी का हे मां मेरी झूमका / धनपत सिंह
- तुम जाओ सुसरा सास / धनपत सिंह
- पाक है मोहब्बत म्हारी ना हे बदमाशी / धनपत सिंह
- हळ जोतै खेत कमाबै जगपालन जमीदार हो सैं / धनपत सिंह
- मेरी बेट्टी यू के हाल सासरै घाल्ली थी / धनपत सिंह
- कलम घिसे और दवात सुकज्या हरफ लिखणियां थक ले / धनपत सिंह
- हे तूं बालम के घर जाइये चंद्रमा / धनपत सिंह
- जमाना ही चोर है / धनपत सिंह
- मेरा जोबन, तन, मन बिघन करै / धनपत सिंह
- मात, पिता और भाई, ब्याही, सब नकली परिवार / धनपत सिंह
- इसाए जी हो गरीब्बां जो अन्न पाणी वो दास / धनपत सिंह