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धन हो भीम राव मैं हाथ जोड़ करूं प्रणाम / अमर सिंह छाछिया

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धन हो भीम राव मैं हाथ जोड़ करूं प्रणाम।
सदा अमर रह भारत म्हं तेरा नाम।...टेक

इन गरीबां के बारे म्हं भीम नै भारी कष्ट उठाया।
राज करणिया जामै थी राणी उसका प्रेशन कराया।
जिसनै करा विरोध जोश तै उसे का टिकट कटाया।
रिजर्व सीट म्हं हक थारा इनतै अलग बणाया।
वो भी लाभ ना मिला थाम नै ये लेगे आपणा नाम...।

थामी 85 ये 15 हुकम इनका लागै।
सदी बदलगी तैं ना बदला रह ठोकर कै आगै।
तेरे सर के ऊपर बाजै ढोल तैं सुता ना जागै।
आपस की फूट थारी तूं जड़ आपणी कै लागै।
ये लाकै दां बड़े बीच म्हं दारू का देवैं ईनाम...।

बी.एस.पी. आई तो सुधार थारा भी हो जागा।
अनमोल वोट थारा यो कामयाब हो जागा।
घर-घर म्हं रूस्नाई थारै चांद सा खिल जागा।
सब कै खुशी होवै इतणी थारै जी सा आ जागा।
राज थारा ए आ जागा लेओ भीम का नाम...।

बुरी दशा हाल थारा यो देख्या ना जान्दा।
बिन रोजगार ना होवै गुजारा सब मशीना तै होन्दा।
हद तै ऊपर गई महंगाई कोए पावै ना धन्धा।
अमरसिंह बड़सी आले पै यो जुल्म देख्या ना जान्दा।
मोहर हाथी पै लाइयो भाइयो थारे होंगे सब के काम...।