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नरेश सारन तैं सबनै मिठा बोलिए / अमर सिंह छाछिया

नरेश सारन तैं सबनै मिठा बोलिए।
तनै जिता के भेजांगे सीधा चंडीगढ़ हो लिए।...टेक

ब.स.पा. म्हं तो इबकै जनता सारी मिलगी।
पिरवा-पिछाई या हवा भी फिरगी।
सरकार इसे की आवैगी किलकी देश म्हं पड़गी।
मायावती आवै प्रधानमंत्री या सबकै जंचगी।
जो टक्कर म्हं आया उसकै दस्त हो लिए...

बी.एस.पी. तो इबकै सबकै मन म्हं बसगी।
तीनूं बख्ती आवै याद मेरै मेहन्दी सी रचगी।
तनै कांग्रेस बक्शैं कोन्या तूं हाथी कै फंसगी।
एकदम पड़ी तिवाला खाकै जणूं नागण डसगी।
तनै सूंड पै झुलावैंगे तेरै गेल हो लिए...

बी.एस.पी. का कैंडीडेट जीतता आवै सै।
इबकै खैर नहीं इनकै यो जाड़ा चढ़ता आवै सै।
वादा करकै लिए वोट वो पिट के जावै सै।
गुंडागर्दी रह देश म्हं यो ऐ करावै सै।
जितने गुंडे थे जेल म्हं वो दाखिल हो लिए...

मायावती नै तो भारत सारा चाह्वै सै।
हिन्दू-मुस्लिम सिख-ईसाई नारा भीम का लावैं सै।
बी.जे.पी., कांग्रेस का इबकै सफाया होन्दा आवै सै।
अमरसिंह बड़सी आला इनका हाल बतावै सै।
बटन हाथी का दबावांगे हम पक्के हो लिए...