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नारायण शुभ नाम दिव्य है / हनुमानप्रसाद पोद्दार

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(राग ईमन-ताल त्रिताल)

नारायण शुभ नाम दिव्य है मंगलमय कल्याणाऽऽधार।
आर्ति-विपाति-ताप-‌अघ-तम-हर दिव्य सुख-सुधा-पारावार॥
हो यदि कहीं, किसी भी कारण, शुभ नारायण नामोच्चार।
हरि-पार्षद आयें, हो भीत भगें यम-दूत भीषणाकार॥
नारायण शुभ नाम दीन-जन-‌आश्रय मधुमय मोक्ष-द्वार।
भुक्ति-मुक्ति-शुचि-शान्ति नित्य पर-धाम-सुदायक सहज उदार॥
भाव-कुभाव-‌अनख, आतुरता-भय-संकेत-हास-मनुहार।
किसी हेतु ‘नारायण’ कहने पर हो संकट से उद्धार॥