पिचासी परसेंट समाज इबकै सारा आवैगा / अमर सिंह छाछिया
पिचासी परसेंट समाज इबकै सारा आवैगा।
ब.स.पा. के देवै वोट वो सीधा दिल्ली म्हं जावैगा।...टेक
रिश्तेदार बता इबकै किस नै जितावैगा।
म्हारे गामम्हं आकैदेख लिए तेनै नीला झंडा नजर आवैगा।
सबकी सलाह सै इसे म्हं बटन हाथी का दबावैगा।
जो टक्कर म्हं आग्या उसे का सफाया बणावैगा।
उसकी जमानत भी बचै नहीं वो खड़ा ए लखावैगा।
साची-साच बता मामा आज किसी खुशी मना रा सै।
होगी मन की चाही मेरै भी जी सा आरा सै।
रमझम-रमझम बाजै पायल मिह सा बरसदा आरा सै।
तकड़ी जीत होवै इबकै सब का एक इसारा सै।
बी.एस.पी. का इबकै फुल बहुमत आवैगा...
बता साला हाल यो सारा देश ए बदलदा आवै सै।
तेरी सालस प्रधान इसकी यो हल्का सारा चाह्वै सै।
सब के साथ प्रेम इसका या हंस बतलावै सै।
मिठी बोली लागै प्यारी या जी सा लावै सै।
जो इस तै टकरावैगा वो खड़ा तिवाला खावैगा...
बिराग लागा बेदन छिड़ग्या बहम इसे का होग्या।
घर-घर म्हं करो प्रचार सबका पेटा भरग्या।
जो ब.स.पा. की करै काट वो होन्दाए क्यूं ना मरग्या।
बी.एस.पी. की आवै सरकार रुक्का देश म्हं पड़ग्या।
अमरसिंह यो बड़सी का जी सा ऐ देवैगा...