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बंजर को उद्यान बना दे ऐ मौला / अजय अज्ञात
Kavita Kosh से
बंजर को उद्यान बना दे ऐ मौला
ख़ुशियों का सामान बना दे ऐ मौला
निर्गुण को गुणवान बना दे ऐ मौला
संतोषी इंसान बना दे ऐ मौला
हर मुश्किल का हल दे कर तू सब के
जीवन को आसान बना दे ऐ मौला
उल्फ़त का माहौल बना कर हर सू ही
प्यारा हिंदुस्तान बना दे ऐ मौला
सच्चाई की राह दिखाकर हम सब का
पुख्ता तू ईमान बना दे ऐ मौला