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बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'
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बदरीनारायण चौधरी
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जन्म | 1855 |
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निधन | 1923 |
उपनाम | प्रेमघन |
जन्म स्थान | ग्राम दात्तापुर, जिला मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
'जीर्ण जनपद', 'आनंद अरुणोदय', 'हार्दिक हर्षादर्श', 'मयंक-महिमा', 'अलौकिक लीला', 'वर्षा-बिंदु' , भारत सौभाग्य, प्रयाग रामागमन, संगीत सुधासरोवर, भारत भाग्योदय काव्य | |
विविध | |
आधुनिक काल (भारतेन्दु युग) के महत्त्वपूर्ण कवि। खड़ी बोली हिन्दी के प्राथमिक उन्नायकों में से एक। | |
जीवन परिचय | |
बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' / परिचय |
प्रबंध काव्य
- जीर्ण जनपद / प्रेमघन
- हास्य बिन्दु / प्रेमघन
- उर्दू बिन्दु / प्रेमघन
- कजली कादम्बिनी / प्रेमघन
- प्रयाग रामागमन / प्रेमघन
- अलौकिक लीला / प्रेमघन
- सामाजिक संगीत / प्रेमघन
स्फुट काव्य
- युगमंगलस्तोत्र / प्रेमघन
- बृजचन्द पंचक / प्रेमघन
- पितर प्रलाप / प्रेमघन
- शोकाश्रुबिन्दु / प्रेमघन
- होली की नकल / प्रेमघन
- मन की मौज / प्रेमघन
- प्रेम पीयूष / प्रेमघन
- सूर्यस्तोत्र / प्रेमघन
- मंगलाशा / प्रेमघन
- हास्यबिन्दु / प्रेमघन
- हार्दिक हर्षादर्श / प्रेमघन
- आनंद बधाई / प्रेमघन
- लालित्य लहरी / प्रेमघन
- भारत बधाई / प्रेमघन
- स्वागतपत्र / प्रेमघन
- आनन्द अरुणोदय / प्रेमघन
- आर्याभिनन्दन / प्रेमघन
- सौभाग्य समागम / प्रेमघन
- मयंक महिमा / प्रेमघन
- वर्षा बहार / प्रेमघन