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बबूल / निकानोर पार्रा / उज्ज्वल भट्टाचार्य
Kavita Kosh से
बहुत साल पहले टहलते-टहलते
एक सड़क पर
जहाँ बबूल के फूल खिले थे
हमेशा सब कुछ जानने वाले
एक दोस्त ने बताया
कि तुमने शादी कर ली है ।
मैंने उससे कहा
कि दरअसल
मेरा इससे कोई
लेना-देना नहीं ।
मुझे तुमसे
कभी प्यार नहीं था
— तुम्हें पता है,
सच्चाई क्या है ।
लेकिन जब भी
बबूल के फूल खिलते हैं
— तुम्हें शायद ही यक़ीन हो
मेरे मन में वही भाव आते हैं
मानो कोई
बन्दूक से निकली गोली की तरह
मुझे
दिल तोड़ने वाली
यह ख़बर दे रहा हो
कि तुमने
किसी और से शादी कर ली है ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य