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बात हम दिल की बता दें मगर जज़्बात तो हो / रंजना वर्मा

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बात हम दिल की बता दें मगर जज़्बात तो हो
वस्ल का ख्वाब में वादा है अभी रात तो हो

हम को चाहत पे कोई शक तो नहीं है उस की
कोई चाहे जो किसी को तो कोई बात तो हो

खूबसूरत बनें ख्वाहिश है हमारी भी मगर
रब की चौखट पे कभी हुस्न की ख़ैरात तो हो

वस्ल का हम ने तो ता उम्र इंतज़ार किया
वो दिन आये मेरे दर पर तेरी बारात तो हो

भीग ही जायेंगे ये खुश्क दिलों के दामन
अब्र ए इश्क़ की लेकिन कभी बरसात तो हो

राज़ दिल का भी खोल देते हसीन ग़र साथ मिले
सब बतायेंगे तुझे पहले मुलाक़ात तो हो

दूर तक यों ही चला जायेगा पीछे लेकिन
प्यार की साथ मे उस के कोई सौग़ात तो हो