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बीस प्रेम कविताएँ और विषाद का एक गीत / पाब्लो नेरूदा
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बीस प्रेम कविताएँ और विषाद का एक गीत
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रचनाकार | पाब्लो नेरूदा |
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प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | स्पानी |
विषय | कविताएँ |
विधा | अँग्रेज़ी से अनुवाद |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- स्त्री देह / पाब्लो नेरूदा
- प्रकाश ढाँपता है तुम्हें / पाब्लो नेरूदा
- चीड़ों का विस्तार / पाब्लो नेरूदा
- सुबह है भरपूर / पाब्लो नेरूदा
- ताकि तुम मुझे सुन सको / पाब्लो नेरूदा
- याद करता हूँ तुम्हें / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- झुकते हुए सांझों में / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- गोरी मधुकरी / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- चीड़ों के साथ मदमस्त / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- जबकि हम खो चुके हैं / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- आसमान के बाहर लगभग / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- काफ़ी है तुम्हारा सीना / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- अंकित कर चुका हूँ मैं / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- हर दिन तुम खेलती हो / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- तुम्हारा शान्त होना मुझे अच्छा लगता है / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- मेरे आकाश में सांझ के उजाले पर / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- सोचते, उलझे साये / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- प्रेम करता हूँ तुम्हें / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- कपिला-सी भूरी लड़की / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा
- आज की रात लिख सकता हूँ / पाब्लो नेरूदा
- विषाद का एक गीत / पाब्लो नेरूदा / मधु शर्मा