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बी.एस.पी. का इशारा समाज यो सारा / अमर सिंह छाछिया

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बी.एस.पी. का इशारा समाज यो सारा।
लाओ हाथी कै मोहर राज यो आवैगा।...टेक

गरीब तो गरीब ए होर्‌या अमीर चढ़दा जार्‌या सै।
आपस की फूट थारी तै ए नाश करा र्‌या सै।
हंस बतलाइये, हाथ मिलाइये,
लिए समाज नै जोड़...

गरीब तो या खुराक अमीर की ये आपस म्हं बतलावै।
दे-दे लोभ आगै का गैरा हरा दिखावै।
मत भका म्हं आइयो, पटा खिलाइयो,
हाथ लेंगे जोड़...

जब इलेक्शन की आवै तारीख आपणा दां लावैंगे।
बड़ कै बीच म्हं करै काट ये थामनै पाड़ कै जावैंगे।
मारो लीतर, करकै भीतर,
मुंह नै दिया फोड़...

कांशीराम तो एक भारत का उजाला सै
देश तो इबकै यू बढ़ता जार्‌हा सै।
पड़र्‌हा लारा, भीम का नारा,
अमरसिंह यो थारा ऐ जोर...