भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

महंगाई की रेस देश मैं होगी बेशुमार रै / सतबीर पाई

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

महंगाई की रेश देश मैं होगी बेशुमार रै
के बहरी होगी हरियाणा सरकार रै...टेक

सब चीजां के भाव बढ़े कोई चीज ना मंदी
दलित वर्ग के लोगों पै ना देती ध्यान हुई अंधी
अत्याचारों पै ना पाबंदी ना देती रोजगार रै...

ऐसी दोहरी राजनीति तै पाए बहुत काल रै
झूठे वादे करै बेफायदे गहरी चाल्लै चाल रै
सारा गुटकै माल रै गरीब नै धक्के मिलैं सैं हजार रैं...

आज इसे राज की नहीं जरूरत जिसमैं दुख हो भारी
जलसे और भाषणां मैं यां बोल्लै बोली प्यारी
लेकै सारी वोट हमारी यां होज्या तुरंत फरार रै...

ऊपर से सुन्दर बाणा और दिल भीतर तै काला
जुल्म ढाण तै डरते कोन्या तुरंत रोप दे चाल़ा
सतबीर सिंह पाई वाला कहै बहुत करै लाचार तनै...