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माँ शारदा के गीत लिखें गान के लिये / रंजना वर्मा

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माँ शारदा के गीत लिखे गान के लिये।
उसकी कृपा मिले हमें भी ज्ञान के लिये॥

घेरे हुए जगत में सभी ओर है तिमिर
दीपक जलाइये ज़रा सम्मान के लिये॥

हरदम जवानियाँ न दिवास्वप्न देखती
हो लक्ष्य हेतु कर्म सदा मान के लिये॥

चरणारविंद में नमन करुँ मैं मोहना
है कामना न शेष निजी जान के लिये॥

आसान कब हुआ है विश्व समर जीतना
लड़ते रहे हैं लोग यहाँ शान के लिये॥

है जन्म यदि मिला यहाँ जीना ज़रूर है
रहकर सदा स्वतन्त्र जियें ज्ञान के लिये॥

मानो न कोई धर्म नीति निगम कर्म पर
सर भी कटा दो देश के अभिमान के लिये॥