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मुर्दों की यह बस्ती इसमें बसना क्या / डी. एम. मिश्र

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मुर्दों की यह बस्ती इसमें बसना क्या
हार अगर तुम मान लिए तो कहना क्या

पूरी तैयारी से जंग लड़ी जाती
आधे मन से लड़ना कोई लड़ना क्या

हाथ मिलाने का कोई मतलब है क्या
मन न मिले जिससे उससे फिर मिलना क्या

आओ हम सब मिलकर उससे बात करें
बाघ है कोई खा लेगा वो डरना क्या

भेजे में उसके न घुसे गर बात मेरी
फिर उससे कुछ कहना या ना कहना क्या

पत्थर पर उगकर दिखलाओ तो मानूं
उपजाऊ मिट्टी में उगना, उगना क्या

पनही टूटे, लेकिन मंज़िल मिल जाये
इससे कम की इच्छा मन में रखना क्या