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मेरा दिल अब तेरा ओ साजन / शैलेन्द्र

मेरा दिल अब तेरा ओ साजना
कैसा जादु फेरा ओ साजना
मेरा दिल ...

नैं हमारे तुम संग लागे
तुम संग प्रीत हमारी
मन भाये तुम जानो न जानो
जाने है दुनिया सारी
कोई और न मेरा ओ साजना
मेरा दिल ...

मोरनी बन के राह तकूँ मैं
तुम बादल बन जाओ
मेरे प्यासे रोम रोम पे
रस बरसाते जाओ
तेरा दिल में बसेरा ओ साजना
मेरा दिल ...

प्यार का बंधन जनम जनम का
साँस के संग ही टूटे
सारे ही रंग फीके पड़ जाए
प्यार का रंग न छुटे
तूने तन मन घेरा ओ साजना
मेरा दिल ...