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युवा कवि ! / निकानोर पार्रा / देवेश पथ सारिया
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जैसा लिखते हो, लिखो
किसी भी शैली में
पुल के नीचे से बहुत ख़ून बह चुका है
इसी यक़ीन में
कि सिर्फ़ एक ही रास्ता सही है
कविता में हर बात की अनुमति है
और महज़ एक शर्त है
ख़ाली काग़ज़ बेहतर हो उठे।
(अंग्रेज़ी अनुवाद: मिलर विलियम्स)
अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश पथ सारिया