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लड़ना भिड़ना है बेकार / मृदुला झा

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लड़ना भिड़ना है बेकार
मिलजुल रहने की दरकार

मेहनत का लेकर हथियार
सपनों को करना साकार

जीवन का अनुपम संगीत
जन जन के आपस का प्यार

जीना चाहें गर बेखौफ
सह लें गुरुजन की फटकार

सावन में कजरी के गीत
विरहन की मीठी तकरार