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खानाबदोश / फ़राज़ से जुड़े हुए पृष्ठ
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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- हर्फ़े-ताज़ा की तरह क़िस्स-ए-पारीना / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- न कोई ख़्वाब न ताबीर ऐ मेरे मालिक / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- तेरा क़ुर्ब था कि फ़िराक़ था / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- यूँ तुझे ढूँढ़ने निकले के न आए ख़ुद भी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- आज फिर दिल ने कहा आओ भुला दें यादें / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- मैं दीवाना सही पर बात सुन ऐ हमनशीं मेरी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- बुझा है दिल तो ग़मे-यार अब कहाँ तू भी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- ना दिल से आह ना लब सदा निकलती है / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- दुख फ़साना नहीं के तुझसे कहें / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- ज़ख्म को फ़ूल तो सर-सर को सबा कहते हैं / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- गनीम से भी अदावत में हद नहीं माँगी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- तुझे उदास किया खुद भी सोगवार हुए / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- अच्छा था अगर ज़ख्म न भरते कोई दिन और / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- जो चल सको तो कोई ऐसी चाल चल जाना / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- हम सुनायें तो कहानी और है / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- संगदिल है वो तो क्यूं इसका गिला मैंने किया / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- अब वो मंजर, ना वो चेहरे ही नजर आते हैं / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- अव्वल अव्वल की दोस्ती है अभी / फ़राज़ (← कड़ियाँ)
- सिलसिले तोड़ गया वो सभी जाते-जाते / फ़राज़ (← कड़ियाँ)