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Kavita Kosh से
मस्त हवा के हिलकारों में हँसने देना
:इससे पहले मुझे न छूना।
आती हैं ओ जो प्रिय बालाएँ आने देना
काली आँखों में मुझको बस जाने देना
पत्तों से चंचल आँचल हिल जाने देना