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Kavita Kosh से
खिड़की बंद की तत्काल,
लेकिन धूल पड़ी आँखों में
टिन्नू जी रोए बेहाल।बेहाल ।
बिजली गुल हो गई,न जाने
कौन घड़ी ।।
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