Changes

{{KKCatKavita}}
<poem>
'''कविता का एक अंश ही उपलब्ध है। शेष कविता आपके पास हो तो कृपया जोड़ दें या कविता कोश टीम को भेजें ।'''
 
 
मलिन करो मत अपना शशि मुँह हे प्रियरजनी
तारों को न गिराओ यों गोदी से अपनी,
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,142
edits