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मैं बहुत तन्हा रहा, बिगैर तेरे ज़िन्दगी/ विनय प्रजापति 'नज़र'
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13:13, 16 अप्रैल 2011
‘नज़र’ दर्दख़ाह<ref>दर्द की इच्छा रखने वाला</ref> रहा, बिगैर तेरे ज़िन्दगी
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विनय प्रजापति
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