गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
चांद : आज अर काल / रावत सारस्वत
189 bytes added
,
23:43, 18 मई 2011
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रावत सारस्वत
|संग्रह=
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita}}
<poem>जुगां-जुगां तक किसन कन्हैया
बाल हठीला, ठिणक-ठिणक कर
रया मांगता चांद खिलूणो।
Neeraj Daiya
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,492
edits