भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= विनोद स्वामी |संग्रह= }} [[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= विनोद स्वामी
|संग्रह=
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita}}<poem>सींव ऊपरलो सरकणो
का’ल गळगळो हो’र बोल्यो-
म्हैं
भारी ईं बात खातर कोनी दी कै
बा तेरा खोज ढो’वै,
ईं बात नै ले’र देख
म्हैं सूक्यो खड़्यो हूं।
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार= विनोद स्वामी
|संग्रह=
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita}}<poem>सींव ऊपरलो सरकणो
का’ल गळगळो हो’र बोल्यो-
म्हैं
भारी ईं बात खातर कोनी दी कै
बा तेरा खोज ढो’वै,
ईं बात नै ले’र देख
म्हैं सूक्यो खड़्यो हूं।
</poem>